थारू भाषी मुक्तक on February 17, 2021 Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps सन्देश दहित फुलक हंग्या टुटाख प्रेम डिवस ना मनाइ संघारी हजारौ रुप्या लुटाख प्रेम डिवस ना मनाइ संघारीअपन सुन्डर भबिस्य बनाइक लाग साँच्ख ढारी पैसक भोक्टि फुटाख प्रेम डिवस ना मनाइ संघारी Comments सन्देश दहितFebruary 17, 2021 at 6:12 PMधन्यवाद कैलारी पोस्त बगाल ओ मोति रत्न सर जिReplyDeleteRepliesReplyAdd commentLoad more... Post a Comment
धन्यवाद कैलारी पोस्त बगाल ओ मोति रत्न सर जि
ReplyDelete